धन्वंतरारिष्टम : DHANWANTHARARISHTAM
आयुर्वेद, प्राकृतिक स्वास्थ्य और घरेलू नुस्खों का एक प्राचीन विज्ञान है, जो हमें बिना किसी दुष्प्रभाव के स्वस्थ रहने का मार्ग दिखाता है। इन्हीं आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है धन्वंतरारिष्टम। यह एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करने, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कई बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है। अगर आप प्राकृतिक तरीके से अपने स्वास्थ्य को सुधारना चाहते हैं, तो धन्वंतरारिष्टम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
धन्वंतरारिष्टम क्या है?
धन्वंतरारिष्टम एक आयुर्वेदिक टॉनिक है, जिसे कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। यह मुख्य रूप से पाचन संबंधी समस्याओं, कमजोरी और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका नाम भगवान धन्वंतरी के नाम पर रखा गया है, जिन्हें आयुर्वेद का जनक माना जाता है।

धन्वंतरारिष्टम के मुख्य घटक
धन्वंतरारिष्टम को तैयार करने में कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है, जैसे:
- गिलोय: प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी।
- अश्वगंधा: तनाव कम करने और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाली जड़ी-बूटी।
- त्रिफला: पाचन तंत्र को सुधारने वाला मिश्रण।
- पिप्पली: पाचन शक्ति को बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी।
- दालचीनी: शरीर को गर्मी प्रदान करने वाला मसाला।
धन्वंतरारिष्टम के फायदे
धन्वंतरारिष्टम के नियमित सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। आइए इन्हें विस्तार से जानते हैं:
1. पाचन तंत्र को मजबूत करना
धन्वंतरारिष्टम पाचन संबंधी समस्याओं जैसे एसिडिटी, कब्ज और गैस से राहत दिलाता है। यह पाचन अग्नि को बढ़ाता है और भोजन को ठीक से पचाने में मदद करता है।
2. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
इसमें मौजूद गिलोय और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियां शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं, जिससे आप बीमारियों से दूर रहते हैं।
3. शरीर को ऊर्जा प्रदान करना
धन्वंतरारिष्टम शरीर को ऊर्जा और स्फूर्ति प्रदान करता है, जिससे आप दिनभर एक्टिव और तरोताजा महसूस करते हैं।
4. तनाव और चिंता को कम करना
अश्वगंधा और अन्य जड़ी-बूटियों के कारण यह तनाव और चिंता को कम करने में भी मददगार है।
5. जोड़ों के दर्द से राहत
यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी सहायक है, खासकर वात दोष से होने वाली समस्याओं में।
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धन्वंतरारिष्टम का उपयोग कैसे करें?
धन्वंतरारिष्टम का सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
- सही मात्रा: आमतौर पर, 10-20 मिलीलीटर धन्वंतरारिष्टम को समान मात्रा में पानी के साथ मिलाकर दिन में दो बार लिया जा सकता है।
- सही समय: इसे भोजन के बाद लेना सबसे अच्छा होता है।
- चिकित्सक की सलाह: अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं या गर्भवती हैं, तो इसका उपयोग करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
धन्वंतरारिष्टम के साथ आयुर्वेदिक जीवनशैली
धन्वंतरारिष्टम का पूरा लाभ उठाने के लिए आयुर्वेदिक जीवनशैली को अपनाना जरूरी है। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं:
- संतुलित आहार: ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें। तला-भुना और मसालेदार भोजन से बचें।
- नियमित व्यायाम: योग और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- पर्याप्त नींद: रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
- तनाव मुक्त रहें: ध्यान और मेडिटेशन के जरिए तनाव को कम करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. क्या धन्वंतरारिष्टम सभी के लिए सुरक्षित है?
धन्वंतरारिष्टम ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
2. धन्वंतरारिष्टम का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए?
इसका सेवन कम से कम 1-2 महीने तक नियमित रूप से करना चाहिए। हालांकि, यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है।
3. क्या धन्वंतरारिष्टम वजन घटाने में मददगार है?
हां, यह पाचन तंत्र को सुधारकर और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर वजन घटाने में मदद कर सकता है।
निष्कर्ष
धन्वंतरारिष्टम एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है, जो न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करता है बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। अगर आप प्राकृतिक तरीके से अपने स्वास्थ्य को सुधारना चाहते हैं, तो धन्वंतरारिष्टम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
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